जनता इण्टर कालेज
स्वच्छ मानवीय जीवन मूल्यों और परम्पराओं को स्थापित करना एवं उनको निरन्तर गति प्रदान करना हो किसी संस्था का धर्म होता है। उसकी उपलब्धियों का सबसे बड़ा मूल्य हर विपन्न और दु:खी के आँख के आँसू पोछना है। मानवीय आदर्शों का स्थापन और असामाजिक अन्याय का उन्मूलन उनका मुख्य कर्त्तव्य है श्रेष्ठ विचारों के प्रति सम्मान और ज्ञान की प्यास बुझाने की निरन्तर अभिलाषा संस्था का सबसे बड़ा कर्तव्य है और यह सब बिना शिक्षा के सम्भव नहीं इसलिये जनता इण्टर कालेज, नगला भूपतिपुर, जिला हरदोई अपने क्षेत्र में ग्रामीण अंचल के बालक/बालिकाओं को शिक्षा के अभाव को दूर कर समाज के प्रत्येक व्यक्ति को धर्म, जाति और वर्ग-भेद ऊपर उठकर उनके सर्वांगीण विकास, सजनात्मक और रचनात्मक सद्गुणों की शिक्षा देने
का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है। शिक्षण संस्थाओं की स्थापना का सौभाग्य मुझे ऐसे समय में मिला जब शासन ने वित्तविहीन मान्यता प्रारम्भ कर दी । अतः मेरा जीवन वित्तविहीन से प्रारम्भ हुआ और वित्त की दौड़ में पिछड़ गया।
पाँच दशक तक कटियारी में शिक्षा के प्रचार-प्रसार में तल्लीन रहा। मैंने वर्ष 1974 में अपने पसन्दीदा कार्य शिक्षण संस्थान की स्थापना को मूर्तरूप देना प्रारम्भ कर दिया शिक्षा प्रेमियों के सहयोग से जनता इण्टर कालेज नगला भूपतिपुर, वीरांगना अवन्तीबाई लोधी महाविद्यालय कनत्थूखेड़ा श्रीमती विजना देवी इण्टर कालेज, रमनगरिया हड़हामलिकापुर हरदोई की स्थापना कर संचालित कराया। इसके पश्चात रामदयाल प्रसादी लाल लोधी महाविद्यालय, दलेलपुर पाली भरखनी हरदोई
की स्थापना कर आप का सानिध्य प्राप्त किया। दूरस्थ स्थानों या जरूरतमन्दों को उच्च गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की व्यवस्था करना मेरी प्राथमिकता रही है। इसी सोच का प्रतिफल है कि मुझ जैसे साधारण व्यक्ति ने इस अति पिछड़े क्षेत्रों में महाविद्यालय तक की शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराने का सकारात्मक प्रयास सफल किया है।
शिक्षा ही प्रगति का आधार होती है जो कॉम सोती है व कौम रोती है। अरे! नवतये की भूल खुदा जुदा हुआ क्या होगा तेरी भूल का न तालीम शुदा हुआ लड़का और लड़की सब पढ़ाना है तुम्हें स्वामी ब्रह्मानंद का पैगाम यह तुम्हे समाज के सुधारकों यह काम है तुम्हें
–यदुनन्दन लाल लोधी संस्थापक / संरक्षक